
नया बाराद्वार (सक्ती)।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शाखा नया बाराद्वार द्वारा किसानों की वर्षों पुरानी लंबित समस्याओं और सीमा विवाद के समाधान की मांग को लेकर आज रविवार, 16 नवंबर 2025 को बड़ा धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। यह कार्यक्रम नया बाराद्वार की सीमा पर पलाडी चौक के पास आयोजित किया जाएगा, जिसमें आसपास के कुल छह ग्रामों के किसान शामिल होंगे।
👉 2009–2010 में अधिग्रहित भूमि पर परियोजनाएँ अब तक अधूरी
पार्टी नेताओं कामरेड पीताम्बर सूर्यवंशी और कामरेड अनिल शर्मा ने बताया कि वर्ष 2009-2010 में प्रदेश सरकार ने श्याम एमको पावर प्लांट और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोलियम टैंक परियोजना हेतु किसानों की कृषि भूमि का अधिग्रहण किया था।
लेकिन आज तक न तो पावर प्लांट बना, न ही पेट्रोलियम टैंक।
भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार, यदि अधिग्रहण के बाद 5 वर्ष के भीतर परियोजना शुरू नहीं होती है, तो भूमि मूल किसानों को वापस की जानी चाहिए।
इसके विपरीत, अधिग्रहित जमीन अब राजस्व रिकॉर्ड में महाप्रबंधक उद्योग व्यापार केंद्र के नाम दर्ज कर दी गई है, जिसे सुधारकर भूमि को पुनः किसानों के नाम दर्ज करने की मांग की जा रही है।

👉 सीमा विवाद—मुक्ता राजा के चार वार्ड नया बाराद्वार में आते, फिर भी जांजगीर-चांपा में दर्ज
नेता द्वय ने बताया कि मुक्ता राजा के चार वार्ड, जो भौगोलिक, प्रशासनिक और नागरिक सेवाओं के दृष्टिकोण से स्पष्ट रूप से नगर पंचायत नया बाराद्वार में आते हैं, उन्हें राजस्व रिकॉर्ड की त्रुटि के कारण जांजगीर-चांपा जिले में जोड़ दिया गया है।
जबकि इन वार्डों को सक्ती जिले के अंतर्गत ही दर्ज होना चाहिए था, क्योंकि यहाँ के सभी शासकीय कार्य नया बाराद्वार से संचालित होते हैं और स्थानीय नागरिक भी नया बाराद्वार के ही दायरे में आते हैं।
इस गलत दर्जीकरण के कारण वर्षों से सीमा विवाद, प्रशासनिक दिक्कतें और विकास कार्यों में बाधाएँ उत्पन्न हो रही हैं।
इसीलिए, इन चारों वार्डों को सक्ती जिले में पुनः दर्ज करने की मांग आज के आंदोलन का प्रमुख मुद्दा है।
👉 आंदोलन को सफल बनाने जुटे किसान और कार्यकर्ता
किसानों की भूमि वापसी, राजस्व रिकॉर्ड में सुधार और सीमा विवाद समाधान—इन तीनों प्रमुख मुद्दों को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता और प्रभावित किसान आंदोलन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
📅 दिनांक – 13 नवंबर 2025
कामरेड अनिल शर्मा
कामरेड पीताम्बर सूर्यवंशी, नया बाराद्वार



