
कोरबा जिले के बांगो थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा गाड़ी चेकिंग और अवैध वसूली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर एसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए थाना प्रभारी उषा सिंधिया और प्रधान आरक्षक जितेंद्र जायसवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शिकायत के बाद कार्रवाई
जनपद अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि बाइक चेकिंग और अवैध शराब पकड़ने के नाम पर आम नागरिकों को परेशान किया जा रहा था। पुलिसकर्मी न सिर्फ स्थानीय लोगों से दुर्व्यवहार कर रहे थे, बल्कि जनप्रतिनिधियों से भी अभद्रता की घटनाएं सामने आई थीं। इसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने विरोध जताते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर पुलिस अधीक्षक एवं साइबर सेल कोरबा के अधिकारी रविंद्र कुमार मीना को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। जांच में पाया गया कि थाना प्रभारी उषा सिंधिया और प्रधान आरक्षक जितेंद्र जायसवाल ने अनुचित तरीके से 10,500 रुपये की अवैध वसूली की थी।
एसपी ने की कड़ी कार्रवाई
जांच रिपोर्ट के आधार पर कोरबा एसपी ने तत्काल प्रभाव से दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवालों के मद्देनजर की गई है।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यह निर्णय अन्य पुलिसकर्मियों के लिए एक चेतावनी की तरह है कि कानून की आड़ में अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, एसपी ने साफ कर दिया है कि पुलिस की छवि खराब करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।



