
रायगढ़, छत्तीसगढ़ | 1 जून 2025
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। रायगढ़ जिले के कोड़ातराई में रविवार शाम एक पत्रकार पर जानलेवा हमला हुआ। यह घटना उस समय हुई जब स्थानीय पत्रकार शैलेन्द्र साहू अपने एक मित्र से मुलाकात के बाद लौट रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, लौटते वक्त कोड़ातराई की मुख्य सड़क पर कुछ अज्ञात बाइक सवारों ने उनकी कार को ओवरटेक किया और सामने बाइक अड़ाकर उन्हें जबरन कार से बाहर खींच लिया। इसके बाद “बहुत बड़ा पत्रकार बनता है” कहते हुए 7 से 8 हमलावरों ने उन पर लाठी, भारी वस्तु और ईंट से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।

हमले में शैलेन्द्र साहू के सिर में गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल पत्रकार ने बताया कि हमला पूरी तरह सुनियोजित प्रतीत हो रहा था और हमलावरों का मकसद जानलेवा हिंसा था।
घटना की सूचना मिलते ही जूटमिल पुलिस सक्रिय हुई और तुरंत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि बाकी आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पत्रकार संगठनों ने हमले की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही राज्य सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब छत्तीसगढ़ में किसी पत्रकार को हिंसा का शिकार होना पड़ा हो। लगातार हो रहे ऐसे हमले प्रेस की आज़ादी और लोकतंत्र की मूल भावना पर गंभीर प्रहार हैं।
जनता और लोकतंत्र के प्रहरी – पत्रकारों की सुरक्षा अब टालने योग्य मुद्दा नहीं रहा। सवाल यह है कि क्या अब सच लिखना ही सबसे बड़ा अपराध बनता जा रहा है?



