
रायपुर: शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला परसदा सोंठ अभनपुर में पदस्थ प्रधान पाठक राजन कुमार बघेल का अहंकार उनपर भारी पड़ गया है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) अभनपुर के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट करने के आरोप में संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, प्रधान पाठक राजन कुमार बघेल अपनी पदोन्नति के लिए गोपनीय प्रतिवेदन में सुधार करवाने के लिए BEO के कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया और प्रधान पाठक ने BEO के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने BEO का हाथ मरोड़ा, गला दबाया और जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं, उन्होंने कुर्सी फेंककर BEO पर हमला भी किया।
BEO की शिकायत पर संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रधान पाठक को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि प्रधान पाठक का यह व्यवहार सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण, अपील) नियम 1966 के नियम-9 (1) के तहत अनुशासनहीनता का मामला है। निलंबन अवधि के दौरान राजन कुमार बघेल का मुख्यालय कसडोल विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय नियत किया गया है।
शिक्षक समाज में फैली हड़कंप:
प्रधान पाठक के इस कृत्य से शिक्षक समाज में हड़कंप मचा हुआ है। शिक्षक संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए मांग की है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि ऐसे लोगों को शिक्षक पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सवाल उठ रहे हैं शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर:
इस घटना ने शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या शिक्षक अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर हैं? क्या वे विद्यार्थियों के हितों की रक्षा करने में सक्षम हैं? इन सवालों के जवाब तलाशने की जरूरत है।
शिक्षा विभाग को सतर्क होने की जरूरत:
शिक्षा विभाग को इस घटना से सबक लेते हुए शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर नजर रखनी होगी। ऐसे लोगों को शिक्षक पद से हटाने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही, शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी से कर सकें।
यह घटना एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की ओर इशारा करते हैं।



