
नया बाराद्वार/जिला सक्ती।
नगर पंचायत नया बाराद्वार में मंगलवार शाम हुई एक घटना ने पत्रकार सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। निजी चैनल के जिला संवाददाता निशिथ तिवारी ने थाना प्रभारी को आवेदन सौंपकर धमकी देने वाले युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
निशिथ तिवारी ने अपने आवेदन में लिखा है कि उन्होंने नगर पंचायत में आरटीआई दायर की थी, जिसका जवाब लेने वे शाम लगभग 5 बजे कार्यालय पहुंचे थे। सीएमओ से मुलाकात न हो पाने पर जब वे बाहर निकले, तो मोतीलाल कुर्रे पिता गुणसागर कुर्रे, निवासी वार्ड क्रमांक 12 नया बाराद्वार ने उन्हें रोककर कहा –
“झूठी खबर चलाते हो, नगर पंचायत के विरोध में लिखते हो, सतनामी से मार खाना चाहते हो क्या? दोबारा यहां आए तो समाज के लोगों से पिटवाऊंगा और रिपोर्ट भी लिखवाऊंगा।”

पत्रकार ने इसे न सिर्फ व्यक्तिगत धमकी बताया, बल्कि पत्रकारिता की स्वतंत्रता और सुरक्षा कानून का मखौल भी करार दिया।
मीडिया जांच में यह बात भी सामने आई कि धमकी देने वाला व्यक्ति न तो नगर पंचायत का कर्मचारी है और न ही कोई जनप्रतिनिधि। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि नगर पंचायत परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों का जमावड़ा आखिर क्यों रहता है?
सूत्रों के अनुसार, कार्यालय समय समाप्त होने के बाद भी कुछ बाहरी लोगों की उपस्थिति बनी रहती है, जिससे कार्यालय में रखे गोपनीय दस्तावेजों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।
इस घटना ने न केवल पत्रकारों बल्कि आम नागरिकों में भी भय और आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि जब एक मीडिया कर्मी को खुलेआम धमकी दी जा सकती है, तो आमजन की आवाज कौन सुनेगा? यदि कोई नागरिक भी किसी विषय पर बोलने या शिकायत करने की कोशिश करेगा, तो क्या उसके साथ भी ऐसा व्यवहार होगा?
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस गंभीर घटना पर क्या कदम उठाता है, और क्या नगर पंचायत नया बाराद्वार इस पूरे मामले में जवाबदेही तय कर पाएगा।
– संवाददाता, नया बाराद्वार



