
जैजैपुर। ग्राम पंचायत कोटेतरा में आयोजित ग्रामसभा की बैठक में अवैध शराब निर्माण एवं बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों ने एकजुट होकर बड़ा कदम उठाया है। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि यदि प्रशासन की ओर से शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती है, तो ग्रामीण स्वयं मोर्चा संभालेंगे और अवैध शराब के कारोबार पर निगरानी रखकर उग्र आंदोलन छेड़ेंगे।
ग्रामसभा में उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि कोटेतरा एवं इसके आश्रित ग्राम लिमतरा में बड़े पैमाने पर अवैध महुआ शराब का निर्माण और विक्रय धड़ल्ले से हो रहा है। इस कारण क्षेत्र में चोरी, मारपीट, घरेलू हिंसा और असामाजिक गतिविधियों में भारी इजाफा हुआ है। सबसे चिंता की बात यह है कि गांव के स्कूली बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
बैठक में इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त को ज्ञापन सौंपने और कड़ी कार्रवाई की मांग करने का निर्णय लिया गया। ग्रामसभा में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि कोटेतरा पंचायत क्षेत्र में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए।
महिलाओं और स्व-सहायता समूहों की भूमिका को मजबूत करते हुए यह तय किया गया कि वे रात्रि में टोली बनाकर गांव में गश्त करेंगी और अवैध गतिविधियों पर नजर रखेंगी। यदि प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, तो ग्रामीण स्वयं अवैध शराब बनाने वालों के ठिकानों पर छापा मारकर कार्रवाई के लिए मजबूर होंगे।
ग्रामसभा में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे और सभी ने एक स्वर में अवैध शराब के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का संकल्प लिया।
“गांव बचाना है, तो शराब को भगाना है” — कोटेतरा के ग्रामीणों की हुंकार।



