
नया बाराद्वार: धर्म और आध्यात्मिकता के प्रकाश में आलोकित होने का अवसर आया है! श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जो स्व. श्रीमती दशमत बाई राठौर की पुण्य स्मृति को समर्पित है। यह दिव्य आयोजन 4 फरवरी से 11 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें श्रद्धेय पं. श्री सुनील तिवारी जी महाराज (छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष – सनातन धर्म सेवा एवं कल्याण संस्थान) अपनी मधुर वाणी से श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराएंगे।
कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से संध्या तक होगी, जहां भक्तजन श्रीकृष्ण की अमृतमयी लीलाओं और धर्म, भक्ति एवं ज्ञान के गूढ़ रहस्यों को आत्मसात कर सकेंगे।
विशेष कार्यक्रम एवं तिथियां:
✨ 4 फरवरी: भव्य कलश यात्रा, वेदी पूजन, गौकर्ण उपाख्यान
✨ 5 फरवरी: ध्रुव चरित्र, शिव कथा
✨ 6 फरवरी: प्रहलाद चरित्र, नरसिंह अवतार, अजामिल कथा
✨ 7 फरवरी: वामन अवतार, श्रीकृष्ण प्राकट्य उत्सव
✨ 8 फरवरी: बाल लीलाएं, मटकी फोड़, गोवर्धन पूजा
✨ 9 फरवरी: महारास, श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह
✨ 10 फरवरी: सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष
✨ 11 फरवरी: हवन, सहस्त्रार्चन, पूर्णाहुति
स्थान: बिजली ऑफिस के पास, , नया बाराद्वार, जिला -सक्ती (छग)
आयोजन समिति एवं सहयोगी परिवार
इस आयोजन के मुख्य यजमान लच्छीराम राठौर हैं, जिन्होंने समस्त श्रद्धालुजनों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित करें।
इस दिव्य आयोजन में (पुत्र) धनश्याम राठौर, रामसाय राठौर, (पुत्रवधू) कुसुमलता राठौर, गीता राठौर, (दामाद) शत्रुघ्न राठौर, अश्विनी राठौर, (पुत्री) श्यामलता राठौर, शिवकुमारी राठौर, (नाती) भुवन राठौर, शंकर राठौर, सोनू राठौर, (नातिन) यशोदा राठौर, विधा राठौर सहित समस्त राठौर परिवार एवं वार्ड क्रमांक 03/04 के समस्त निवासी तन-मन-धन से सहयोग कर रहे हैं।
श्रीमद्भागवत कथा – एक दिव्य आध्यात्मिक यात्रा
यह कथा यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक उन्नति और भक्ति की संजीवनी है। श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से भक्तजन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का रसपान करेंगे और धर्म, भक्ति एवं जीवन के आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा प्राप्त करेंगे।
सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे इस पावन अवसर पर पधारकर धर्मलाभ प्राप्त करें और अपनी भक्ति को और अधिक गहराई प्रदान करें।
संयोजक: लच्छी राम राठौर
📍 स्थान: नया बाराद्वार
📞 संपर्क: 6263020247
“आइए, इस पुण्य अवसर का लाभ उठाएं और श्रीकृष्ण भक्ति में लीन होकर अपने जीवन को आध्यात्मिक प्रकाश से आलोकित करें!”




